क्रिकेट के खेल में घरेलू क्रिकेट ही पहली सीढ़ी है, जिसके सहारे युवा खिलाड़ियों को अपना टेलेंट दिखाने का मौका मिलता है। वहीं जहां कई खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट के जरिए अपनी क्षमता दिखाने में सफल होते है, तो वहीं कुछ खिलाड़ियों के अरमान पानी में फिर जाते है। वहीं भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने भी घरेलू क्रिकेट में अपना हुनर दिखाकर सफलता हासिल की थी।
बता दें जिस समय विराट कोहली (Virat Kohli) ने घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया था, उस समय उनके साथ कई और खिलाड़ी ऐसे देखे गए थे, जिन्होंने भी अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन जहां किंग कोहली को सफलता का अंबार मिला, तो वहीं इन खिलाड़ियों को आज कोई पहचान भी नहीं पाता है। आइये इस आर्टिकल के जरिए बताते है इन्हीं खिलाड़ियों के बारे में…
Virat Kohli के साथ घरेलू क्रिकेट में इन खिलाड़ियों ने किया था डेब्यू
1. अभिषेक नायर
इस लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर है बेहद ही प्रतिभाशाली बल्लेबाज और मध्यम गति के तेज गेंदबाज अभिषेक नायर का नाम, जिन्होंने साल 2009 में वनडे में पदार्पण किया था और उन्होंने सिर्फ 2 एकदिवसीय मैचो में ही भाग लिया। हालांकि उन्हें सिर्फ एक ही मैच में बल्लेबाजी करने का मौका मिला था। बता दें विराट कोहली (Virat Kohli) के साथ इन्होंने घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया था, लेकिन किंग कोहली को जहां सफलता हासिल हुई।
तो वहीं इस खिलाड़ी का ग्राफ बढ़ने की बजाए गिरता गया और उनका आखिरी वनडे, जिसमें वे 7 गेंदों का सामना करने के बाद भी 0 पर नाबाद रहे । हालांकि विराट कोहली ने 130 बनाम वेस्टइंडीज के लक्ष्य का पीछा करते हुए 79 रन बनाए। इस खराब प्रदर्शन करने के बाद नायर को फिर कभी भारत के लिए नहीं चुना गया। वहीं इन्होंने साल 2018 तक डोमेस्टिक क्रिकेट खेला और इसके बाद उन्हें आईपीएल में केकेआर टीम का कोच बना दिया गया।
2. नमन ओझा
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा का नाम, जिन्हें देश के बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। बता दें रणजी ट्रोफी में विकेटकीपर के तौर पर सबसे ज्यादा शिकार (351) का रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले मध्यप्रदेश के इस दिग्गज ने एक टेस्ट, एक एकदिवसीय और दो टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है।
हालांकि उन्हें विराट कोहली (Virat Kohli) के आस-पास डेब्यू करने के बाद भी सफलता हासिल नहीं हुई और उन्हें टीम में मौका नहीं मिलने की वजह से इस खिलाड़ी ने 37 साल की उम्र में पिछले साल यानी 2021 में क्रिकेट के तीनों प्रारूपों से संन्यास ले लिया। वहीं मध्य प्रदेश का ये बल्लेबाज, जिन्होंने आईपीएल में एसआरएच और डीडी के लिए भी बल्लेबाजी की, वो हाल ही में रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज़ टूर्नामेंट में इंडिया लीजेंड्स टीम का हिस्सा थे।
3. सौरव तिवारी
इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है झारखंड के सौरभ तिवारी का नाम, जिन्होंने एमएस धोनी केश और कड़ी बल्लेबाजी के साथ दृश्य पर धमाका किया। साल 2010 के आईपीएल में पहला बड़ा शोर मचाते हुए सौरव तिवारी ने मुंबई इंडियंस को फाइनल में पहुंचने में मदद दी और इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द सीजन का पुरस्कार मिला।
हर जगह प्रभावशाली प्रदर्शन ने उन्हें 2010 में भारत के लिए एकदिवसीय कैप अर्जित किया। उन्होंने ड्रॉप किए जाने से पहले 3 मैचों में 49 रन बनाए और देश के लिए फिर कभी नहीं चुने गए। उनके आईपीएल नंबरों में गिरावट आई और उनके घरेलू नंबरों ने भी। वह हाल ही में आईपीएल 2022 मेगा-नीलामी में अनसोल्ड रहे थे। 32 वर्षीय के पास अभी भी घरेलू क्रिकेट जारी रखे हुए अपना बेस्ट दे रहे हैं।
4.अभिनव मुंकुद
इस लिस्ट में चौथे नंबर पर है अभिनव मुकुंद का नाम जिन्होंने साल 2008 में विराट कोहली (Virat Kohli) के नेतृत्व में भारत की अंडर -19 टीम में डेब्यू किया था। घरेलू क्रिकेट में रनों का भार उठाने के बाद मुकुंद ने एक तिहरा शतक जड़ा। वहीं मुकुंद को 2011 में वेस्टइंडीज दौरे पर भारत की टेस्ट कैप मिली, जब वीरेंद्र सहवाग और दोनों गौतम गंभीर घायल हो गए।
हालांकि उनका अंतरराष्ट्रीय करियर वास्तव में शुरू नहीं हो सका क्योंकि उन्होंने उम्मीद की थी और बैकअप ओपनर बने रहे। उन्होंने 2011 और 2017 के बीच 7 टेस्ट खेले, जिसमें उनके नाम 22 के औसत से कुछ अर्द्धशतक शामिल थे। उन्होंने सीएसके और आरसीबी के लिए संयुक्त रूप से 3 आईपीएल मैच खेले। बता दें मुकुंद ने 2020 में आने वाले तमिलनाडु के लिए अपने आखिरी मैच के साथ 10,000 से अधिक प्रथम श्रेणी रन और 4000 से अधिक लिस्ट-ए रन लूटे।
5. सुब्रमण्यम बद्री
इस लिस्ट में पांचवे नंबर पर है सुब्रमण्यम बद्रीनाथ का नाम, जो चेन्नई सुपर किंग्स के संकटमोचक के रूप में काफी फेमस रहे है। हालांकि वो CSK में एक दिग्गज में से एक रहे, वहीं इन्होंने साल 2008 में ही विराट कोहली के साथ डेब्यू किया था। लेकिन वो भारत के करियर को आगे नहीं बढ़ा सके। कोहली के साथ डेब्यू करने के बाद ही बद्री अगले ही मैच में अपना वनडे डेब्यू किया।
बता दें तमिलनाडु के बल्लेबाज को केवल एक पचास-प्लस स्कोर के साथ केवल 7 एकदिवसीय, 1 टी 20 आई और 2 टेस्ट खेलने को मिला। उन्होंने 2018 में कॉल टाइम तक घरेलू क्रिकेट में बड़े रन लूटना जारी रखा।
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