Axar Patel: इंडिया और वेस्टइंडीज़ के बीच कल रात खेले गये मुकाबले में टीम इंडिया ने जीत हासिल की है. 311 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंडियन टीम ने 2 विकेट से यह मैच आखरी ओवर में जीत लिया. पोर्टऑफ़ स्पेन पर खेले गये दूसरे वनडे मैच में भारतीय जीत के हीरो रहे अक्षर पटेल. अक्षर पटेल (Axar Patel) ने मैच में शानदार किफायती गेंदबाजी की और फिर बल्ले से ताबड़तोड़ पारी खेल कर 35 गेंदों में 64 रन जड़कर टीम को जीत दिलवाई.
छक्का लगाकर मैच जीता, सीरीज जीती
अक्षर पटेल (Axar Patel) ने मैच में शानदार जीत के साथ सीरीज टीम इंडिया के नाम करवा दी है. उन्होंने 27 गेंदों में शानदार अर्धशतक लगाया. यह अक्षर के करियर का पहला इंटरनेशनल अर्धशतक था. इस ताबड़तोड़ पारी के साथ अक्षर वेस्टइंडीज़ के खिलाफ सबसे तेज़ अर्धशतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज़ बन गये है. इसके अलावा अक्षर ने छक्का लगाकर टीम को महेंद्र सिंह धोनी के जैसे शानदार जीत दिलवाई.
अक्षर पटेल (Axar Patel) ने छक्का लगाकर जीत दिलवाकर धोनी का लगभग 17 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. 312 रन के बड़े स्कोर का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत बहुत अभी नहीं रही और एक समय पर हाथ से निकलते दिख रहे मैच को पटेल ने अपने दम पर पलट दिया.
Axar Patel's match winning innings last night. Just fantastic, what a knock. pic.twitter.com/rttgpMlmAF
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) July 25, 2022
धोनी का 17 साल पुराना रिकॉर्ड तोडा
अक्षर पटेल ने अपनी 64 रन की तूफानी पारी में पांच छक्के लगाये. पटेल ने नंबर 7 पर बल्लेबाज़ी करते हुए सबसे ज्यादा छक्के लगाने का इंडियन रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. इस से पहले यह रिकॉर्ड धोनी के नाम था जिन्होंने साल 2005 में जिम्बाबे के खिलाफ तीन छक्के लगाये थे. इसके अलावा यूसुफ पठान 2011 में 2 बार साउथ अफ्रीका और आयरलैंड के खिलाफ धोनी के इस रिकॉर्ड की बराबरी कर चुके हैं. हाल फ़िलहाल में टीम से बाहर चल रहे अक्षर पटेल (Axar Patel) ने मैच में काबिलेतारीफ आलराउंडर प्रदर्शन कर टीम को जीत दिलवाई.
Axar Patel को मिला प्लेयर ऑफ़ दी मैच का अवार्ड
पहली पारी में अक्षर ने गेंदबाजी में 9 ओवर में 40 रन देकर एक विकेट लेने और फिर इंडिया के लिए मैच विनिंग पारी के लिए वह प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए. जीत के बाद उन्होंने इस पारी को बेहद खास बताया. 28 साल के अक्षर ने कहा, “मेरा पहला अर्धशतक टीम की सीरीज जीत में काम आया, इस बात की खुशी है. जब मैं बैटिंग के लिए आया तो हर ओवर में 10-11 रन बनाने का लक्ष्य ही मेरे दिमाग में घूम रहा था. हमारे पास आईपीएल का अनुभव था इसलिए यह काम आसान लग रहा था. मैं शांत रहकर रनरेट कंट्रोल में करना चाहता था. 2017 के बाद से यह मेरी पहली वनडे सीरीज है इसलिए खुशी और बढ़ गई.”