टीम इंडिया (Team India) की तरफ से खेलने का सपना हर एक खिलाड़ी का होता है। जहां टीम में जगह हासिल करने के लिए खिलाड़ी कड़ी मेहनत करते नजर आते है। तो वहीं बहुत कम ही ऐसे खिलाड़ी होते है जिन्हें टीम की तरफ से खेलना का मौका मिलता है।
वहीं कड़ी मेहनत के बल-बूते कुछ खिलाड़ी टीम में जगह तो बना लेते है, लेकिन इनकी जिंदगी काफी संघर्ष से भरपूर होती है। ऐसा ही एक भारतीय खिलाड़ी इन दिनों काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। जहां अपनी जिंदगी में ये मुकाम हासिल करने के साथ-साथ इस खिलाड़ी ने अपने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया है। आइये जानते है Team India के इस खिलाड़ी के बारे में…
संघर्ष से भरपूर है Team India के इस खिलाड़ी की जिंदगी
दरअसल टीम इंडिया (Team India) में एंट्री करना काफी मुश्किल होता है। जहां कड़ी मेहनत के बाद खिलाड़ियों को टीम में जगह मिलती है। तो वहीं कुछ खिलाड़ी अपनी मेहनत के दम पर जिदंगी में सफलता हासिल करते है। वहीं इन दिनों टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) काफी चर्चा में चल रहे है। जिन्हें भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में से एक हैं। बता दें जडेजा का जन्म 6 दिसंबर 1988 को गुजराती राजपूत परिवार में हुआ।
लेकिन बचपन में ही उन्होंने अपनी मां को खो दिया, उनकी मां की साल 2005 में कार दुर्घटना पर मृत्यु हुई। जडेजा की मां उन्हें क्रिकेटर बनाना चाहती थी। हालांकि जडेजा की मां अपने बेटे को भारतीय टीम की जर्सी में नहीं देख पाई।
मां के निधन के बाद Ravindra Jadeja ने क्रिकेट से बनाई दूरी
बता दें साल 2006 में अंडर-19 विश्व कप से ठीक एक साल पहले उनकी मां का निधन हुआ। उनकी मां की मृत्यु के बाद उन्हें लगभग क्रिकेट छोड़ दिया था। रवींद्र जडेजा की मां का निधन हो जाने के बाद उनकी बड़ी बहन नैना ने उनको सहारा दिया और परिवार को भी संभाला। जिसके बाद जडेजा ने फिर से क्रिकेट खेलना शुरू किया।
Team India की तरफ से खेलने वाले खिलाड़ी रवींद्र जडेजा क्रिकेट मैदान पर अपने बड़े-बड़े कारनामों के लिए जाने जाते हैं। उनके पिता एक प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी में सिक्योरिटी गार्ड थे। उनके पिता चाहते थे कि वे एक आर्मी ऑफिसर बनें लेकिन जडेजा की रुचि क्रिकेट में थी, और वे क्रिकेट में ही आगे बढ़ गए। जडेजा हालिया समय में टीम इंडिया की अहम कड़ी हैं।