क्रिकेट एक ऐसा खेल है जहां बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों का ही बोलबाला रहता है। बता दें इस खेल में अब तक कई ऐसे खिलाड़ी देखे गए है,जिन्होंने अपनी राष्ट्रीय टीम की तरफ से खेलते हुए टीम इंडिया (Team India) को कई मैचों में जीत दिलाई है। लेकिन हर खेल की तरह क्रिकेट में भी हर खिलाड़ी को अपनी टीम से संन्यास लेना ही पड़ता है।
किसी भी खिलाड़ी के संन्यास लेने से टीम की परेशानी में भी इजाफा देखने को मिलता है, और आखिर हो भी क्यों न, अगर टीम के पास उस खिलाड़ी का विकल्प न हो तो टीम मुसीबत में ही दिखाई देगी। आज इस आर्टिकल के जरिए Team India के उन खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे जिन्होंने संन्यास तो ले लिया, लेकिन आज कर उनको भुलाया नहीं जाता है, वहीं सेलेक्टर्स को उनका कोई विकल्प नहीं मिल पाया है।
Team India के इन 5 खिलाड़ियों के संन्यास के बाद आजतक नहीं मिला कोई विकल्प
1. महेंद्र सिंह धोनी
भारत के छोटे से राज्य झारखंड से आने वाले महेंद्र सिहं धोनी को टीम इंडिया (Team India) का सबसे सफल कप्तान माना जाता है। बता दें अपनी कप्तानी के दौरान उन्होंने टीम इंडिया को कई मैच जिताए। जहां साल 2005 में उन्होंने अपने टेस्ट करियर का आगाज किया, तो वहीं भारत के लिए इस पारुप करने के अलावा उन्होंने 90 मुकाबलों में 4876 रन भी बनाए।
वहीं साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज के बीच में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया जिससे हर कोई चौंक गया था। आज भी उस पल को याद करना क्रिकेट और माही के फैंस के लिए किसी गम से कम नहीं है। बता दें भारतीय टीम की करीब 2 दशक तक सेवा करने के बाद धोनी की फिटनेस में किसी तरह की कमी नहीं दिखी है। जहां विकेटकीपर, फिनिशर और कप्तान के तौर पर धोनी का कोई सानी नहीं है। बता दें धोनी के बाद अब तक भारतीय टीम को उनके जैसा कोई भी विकेटकीपर नहीं मिल पाया है।
2. हरभजन सिंह
Team India के अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने अपनी घातक गेंदबाजी का नजारा पूरी दुनिया में पेश किया है। जहां उनकी किफायती गेंदों का शिकार बड़े-बड़े दिग्गज खिलाड़ी बने है। बता दें हरभजन टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं। उन्होंने साल 2001 बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मैचों में रिकॉर्ड 32 विकेट चटकाए थे। वहीं टी20 वर्ल्ड कप साल 2007 और वनडे वर्ल्ड कप साल 2011 की विजेता टीम के सदस्य रहे।
लेकिन पिछले साल 24 दिसंबर 2021 को भज्जी ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेटों से संन्यास ले लिया है। उनके संन्यास को लगभग 1 साल होने वाला है, लेकिन अभी तक टीम को कोई भी दूसरा विकल्प नहीं मिला है, हालांकि टीम में कई अच्छे और तेज तर्रार गेंदबाजों और स्पिनरों की कमी नहीं है, लेकिन जो बात भज्जी की थी वो इतनी जल्दी किसी युवा खिलाड़ी में कैसे देखी जा सकती है।
3. एस श्रीसंत
इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है Team India के पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत का नाम, जिन्होंने अपने हुनर से पूरी दुनिया में लोहा मनवाया है। बता दें श्रीसंत साल 2007 और साल 2011 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे चुके है। इसके साथ आईपीएल में वे पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते थे।
बता दें उन्होंने अपना आखिरी मैच राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेले थे, लेकिन साल 2013 में उन्होंने स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया था, जिसके बाद उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि केरल हाईकोर्ट ने उस बैन को खत्म कर दिया और उसके बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन का नजारा पेश किया है।
उनमें खासियत ये थी कि वे धीमी गति की गेंदों पर बहुत ही जल्दी विकेट निकाल देते थे। उन्होंने भारत के लिए तीनों ही फॉर्मेट में क्रिकेट खेला है। जहां भारत के लिए 27 टेस्ट में 87 विकेट, 53 वनडे मैच में 75 विकेट और 10 टी20 मैच में 7 विकेट चटकाए हैं। लेकिन 9 मार्च 2022 को उन्होंने घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारुपों से संन्यास ले लिया है। लेकिन टीम को उनकी जगह कोई भी विकल्प नहीं मिल पाया।
4. युवराज सिंह
इस लिस्ट में चौथे नंबर पर है Team India के अनुभवी और पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह का नाम, जिन्हें टीम इंडिया की रीड की हड्डी माना जाता था। बता दें युवराज सिंह का अंतरराष्ट्रीय करियर उतार-चढ़ाव वाला रहा, लेकिन 19 साल के अपनो क्रिकेट करियर में एक दशक से भी ज्यादा समय तक वे टीम इंडिया के संकटमोचक रहे। वहीं युवराज सिंह ने अपने करियर के दौरान न सिर्फ ब्लले से, बल्कि अपनी गेंदबाजी से भी टीम इंडिया को कई मैचों में जीत दिलाई।
वे देश के उन चुनिंदा क्रिकेटरों में शामिल रहे, जिन्हें तीनों अंतरराष्ट्रीय प्रारूपों में खेलने का मौका मिला। उन्होंने अपने ऑलराउंडर प्रदर्शन से करोड़ों प्रशंसकों को दीवाना बनाया। वहीं साल 2007 में युवराज सिंह ने इतिहास रच दिया था, जहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए पहले टी-20 वर्ल्ड कप में युवराज ने एक ओवर में सभी 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाकर अपना नाम हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज करवा दिया। इसके साथ इन्होंने साल 2007 और 2011 के विश्वकप में भारत को अपने दमदार प्रदर्शन के चलते जीत दिलाई। लेकिन युवराज जैसा प्रतिभाशाली ऑलराउंडर खिलाड़ी का विकल्प आजतक टीम इंडिया को नहीं मिल पाया है।
5. सचिन तेंदुलकर
इस लिस्ट में पांचवे नंबर पर है Team India के महानतम क्रिकेटरों में शुमार सचिन तेंदुलकर का नाम, जिन्होंने अपने करियर में कई विस्फोटकीय पारी खेली। बता दें सचिन ने करीब 24 साल तक भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया। वहीं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक जड़ने का शानदार रिकॉर्ड भी अपने नाम किया, जिसे आजतक तोड़ पाना नामुमकिन लगता है। उन्होंने टेस्ट में 15921 और वनडे फॉर्मेट में कुल 18426 रन बनाए।
इसके अलावा सचिन ने अपने अकेले के दम पर टीम इंडिया को कई हारते हुए मैचों में जीत दिलाई। उन्हें इसलिए क्रिकेट के भगवान के नाम से पहचाना जाता है। बता दें मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर 16 नंबवर 2013 का दिन इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज है। इसी दिन वेस्टइंडीज से टेस्ट सीरीज जीतने के साथ ही सचिन ने हमेशा के लिए क्रिकेट को लविदा कह दिया था। और सभी खिलाड़ियों की आंखे मन हो गई थी।
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