अपने देश की तरफ से खेलने का सपना हर खिलाड़ियों का होता है, फिर चाहे बात क्रिकेट की हो या फिर किसी और खेल की, खिलाड़ियों का अपने देश के प्रति प्यार उभर कर सामने आता है। ऐसे कई खिलाड़ी (Indian Cricketers) देखे गए है जिन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम से खेलते हुए तो अपनी काबिलयित सबको दिखाई ही, लेकिन उन्होंने अपनी कामयाबी के झंडे विदेश में जाकर भी लहराए है।
भले ही खिलाड़ी अपनी राष्ट्रीय टीम की तरफ से खेलते दिखाई देता हो, लेकिन इन खिलाड़ियों (Indian Cricketers) ने विदेशी टीमों की तरफ से खेलते हुए अपने नाम का लोहा मनवाया है। तो चलिए आज इस आर्टिकल के माध्यम से उन खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे जिन्होंने भारत ही नहीं बल्कि विदेशी टीमों की तरफ से भी कई मैच खेले और पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई
इन Indian Cricketers ने राष्ट्रीय टीम ही नहीं बल्कि विदेशी टीम की तरफ से भी खेला
1.उन्मुक्त चंद
बता दें इस लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर है भारतीय क्रिकेट टीम से खेलने वाले खिलाड़ी (Indian Cricketer) उन्मुक्त चंद का नाम, जिन्होंने टीम इंडिया के तरफ से काफी तूफानी पारी खेलकर पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई। बता दें भले ही उन्मुक्त चंद ने भारतीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया हो, लेकिन अमेरिकी क्रिकेट को तहस-नहस कर दिया है।
कभी अंडर- 19 भारतीयी टीम की कप्तानी करने वाले इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने अमेरिका के लिए खेलने के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। हाल ही में माइनर क्रिकेट लीग में सिलिकॉन वैली स्ट्राइकर्स के लिए खेलते हुए बल्लेबाज ने केवल 69 गेंदों का सामना कपरते हुए 132 रनों की धमाकेदार पारी खेली, जहां वो नाबाद रहे और अपनी टीम को ऑस्टिन एथलेटिक्स के खिलाफ मैच जीतने में मदद की और सम्मेलन फाइनल में एक स्थान सुरक्षित किया। िससे ये साफ स्पष्ट होता है कि उन्होंने सिर्फ राष्ट्रीय टीम नहीं बल्कि विदेशी टीम की तरफ से भी अपनी काबिलियत के झंडे गाड़े हैं।
2.इफ्तिखार अली खान पटौदी
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है भारत के पूर्व टेस्ट क्रिकेटर (Indian Cricketer) इफ्तिखार अली खान पटौदी का नाम, जिन्हें नवाब ऑफ पटौदी कहा जाता है। बता दें भारत के इकलौते क्रिकेटर रहे हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड और भारत की सीनियर टीमों का प्रतिनिधित्व किया है। बता दें वो मशहबर क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी के पिता थे। उन्होंने अपने 14 साल के करियर में 6 टेस्ट मैच खेले। भारत में पैदा हुए इफ्तिखार पढ़ाई के लिए इंग्लैंड गए थे। उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट खेला और उनके खेल को देखकर इंग्लैंड ने उन्हें राष्ट्रीय टीम में शामिल कर लिया।
सीनियर पटौदी के नाम से लोकप्रिय उन्होंने इंग्लैंड के लिए 3 टेस्ट मैचों में 144 रन बनाए, साथ ही उन्होंने शतक भी लगाया। इफ्तिखार अली खान पटौदी द्वितीय विश्व युद्ध के बाद भारत के लिए भी खेले। उन्होंने 3 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम के लिए कप्तान के रूप में खेला। उनके बेटे मंसूर अली खान भी भारत के लिए खेले, जिनकी गिनती भारत के पहले दबंग कप्तान के रूप में होती है।
3.गुल मोहम्मद
इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है गुल मोहम्मद का नाम, जिन्होंने भी सिर्फ राष्ट्रीय टीम नहीं बल्कि विदेशी टीम से टेस्ट मैच खेला है। बता दें पांच फीट पांच इंच लंबे गुल मोहम्एमद क बेहतरीन ऑलराउंडर थे। बाएं हाथ से बल्लेबाजी के साथ-साथ वे मध्यम तेज गेंदबाज किया करते थे। उस दौर में जब फिल्डर्स को उतना चुस्त नहीं माना जाता था, तब गुल मोहम्मद की फुर्तीले अंदाज की चर्चाएं हुआ करती थी, कवर्स में फिल्डिंग करने वाला यह खिलाड़ी दोनों हाथों से गेंद थ्रों करने में माहिर था।
गुल मोहम्मद वैसे पाकिस्तानी से तालुल्क रखते थे, लेकिन उन्होंने भारतीय टीम की तरफ से भी टेस्ट मैच खेले। बता दें 17 साल की उम्र में उत्तर भारत की ओर से रणजी ट्रॉफी में गुल ने अपनी शुरुआत की फिर उत्तर भारत त्रिकोणीय टूर्नामेंट में गुल ने हिंदुओं के खिलाफ मुस्लिम्स के लिए 95 रन की शानदार पारी खेली थी। दो साल बाद उन्होंने शेष भारत के लिए वेस्टर्न इंडिया के खिलाफ शतक ठोका। उन्होंने 1946 से 1952 तक भारत के लिए 8 टेस्ट मैच खेले। वहीं साल 1952 में गुल मोहम्मद पाकिस्तान गए। उन्होंने 1956 में पाकिस्तान टीम के लिए पदार्पण किया। वह पाकिस्तान के लिए केवल एक टेस्ट मैच खेल सके। उनका कुल करियर 9 टेस्ट मैच था।
4.अब्दुल हफीज
इस लिस्ट में चौथे नंबर पर है अब्दुल हफीज का नाम, जिन्होंने भी गुल मोहम्मद जैसे दो देशों के लिए भी खेला। बता दें पूर्व कप्तान अब्दुल हफीज करदार को क्रिकेट में योगदान के लिए ‘फादर ऑफ पाकिस्तान क्रिकेट’ कहा जाता है। वहीं इनका नाम भी Indian Cricketer की लिस्ट में शुमार है जिन्होंने दो देशों के लिए क्रिकेट खेला। बता दें करदार ने भारत की ओर से तीन और पाकिस्तान के लिए 23 टेस्ट मैच खेले। वहीं भारत के लिए 1946 में तीन टेस्ट खेलते हुए 80 रन बनाए। इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 43 रन रहा।
जबकि पाकिस्तान के लिए 1952 से 1958 तक 23 टेस्ट खेले और 847 रन बनाए। उनका बेस्ट स्कोर 93 रन रहा। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 21 विकेट भी चटकाए। उनके बेस्ट बॉलिंग 35 रन देकर 3 विकेट रहा। 15 कैच भी लपके।
5.अमीर इलाही
इस लिस्ट में पांचवे और आखिरी नंबर पर है आमिर इलाही का नाम जो भी उन चंद क्रिकेटरों में शामिल हैं जिन्हें भारत और पाक दोनों के लिए खेलने का मौका मिला। बता दें एक सितंबर, 1908 को लाहौर में पैदा हुए इलाही ने 12 दिसंबर, 1947 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में भारत के लिए टेस्ट करियर की शुरुआत की।वहूं टीम इंडिया के लिए यही एक मैच रहा जिसमें वह टेस्ट मैच खेले।
बता दें भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले आमिर अपने टेस्ट करियर में कुल जमा 6 टेस्ट ही खेल पाए। टेस्ट करियर में उनके नाम 82 रन है जिसमें 47 उनका बेस्ट रहा। बतौर गेंदबाज उन्होंने 7 विकेट निकाले। उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट 12 दिसंबर, 1952 को भारत के ही खिलाफ खेला