BCCI: इंडियन क्रिकेट में कई मौकों पर खिलाडियों द्वारा अपनी गलत उम्र बताने के कारण बोर्ड को काफी आलोचना झेलनी पड़ती है. ऐसे में अब इस धोखेबाजी से निपटने के लिए BCCI ने खर्च में कमी का ध्यान रखते हुए पारम्परिक तरीके के साथ-साथ उम्र में धोखाधड़ी की पहचान करने के लिए एक अन्य सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना का फैसला कर रहा है. यह फैसला बीसीसीआई की नो-टोलरेंस नीति के लिया जायेगा. यह अब उम्र निर्धारित करने के लिए TW3 तकनीक (बाएं हाथ और कलाई के एक्स-रे के आधार पर) का उपयोग करता है.

BCCI अपनाएगा उम्र जांचने के नए तरीके

BCCI

अभी की बात करे तो BCCI उम्र का पता लगाने के लिए इस टेक्निकल प्रोसेस का इस्तेमाल करता है. उसमे लागत 2400 रुपए पति हड्डी और समय तीन से चार दिन का लगता है. ऐसे में हड्डियों के विशेषज्ञ ने एक नया सॉफ्टवेयर सुझाया है जिसके चलते सिर्फ 288 रुपे में आपको इंस्टेंट रिजल्ट मिल जायेगा.

इस नए उपयोग के बारे में जानकारी देते हुए बीसीसीआई (BCCI) की ओर से कहा गया कि,

“आयु की पुष्टि के लिए बीसीसीआई (BCCI) पर्यवेक्षक की उपस्थिति में खिलाड़ियों की कलाई का एक्स-रे कराता है और फिर राज्य क्रिकेट संघ एक्स-रे कॉपी को बीसीसीआई एवीपी (आयु सत्यापन विभाग) के पास भेजता है. रेडियोलॉजिस्ट इसका आकलन कर अपनी रिपोर्ट बीसीसीआई को सौंपता है और इस पूरी प्रक्रिया में काफी समय लगता है. जिसकी वजह से अब नई प्रक्रिया अपनाई जाएगी.”

सामने आ चुके है कई खिलाडी

हम बता दें बीसीसीआई (BCCI) के अनुसार अगर कोई खिलाडी अपनी गलत उम्र बताता है और अगर टेस्ट में वो फेल हो जाता है तो उनको क्रिकेट से दो साल के लिए प्रतिबंधित किया जाता है. हाल फिलहाल में ऐसे कई मामले सामने आये है जिस्मने खिलाडी अपनी गलत उम्र बताते हुए पकडे गये है.

हाल ही में जम्मू कश्मीर के तेज़ गेंदबाजी रसिख सलाम ने यह कानून तोडा था. अपनी गलत उम्र बताने की वजह से उनपर दो साल के लिए बैन लग गया था. साल 2019 में लगे बैन के बाद वो साल 2022 में आईपीएल में कोलकता के तरफ से खेलते हुए नजर आये थे. इसके अलावा आईसीसी अंडर-19 विश्वकप 2018 में टीम इंडिया के स्टार रहे मंजोत कालरा भी ऐसे ही खिलाड़ियों में शामिल है.

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